गोपनीय सूचना लीक करने के आरोप में इमरान खान और शाह महमूद कुरैशी को हुई, 10 साल जेल की सजा

गोपनीय सूचना लीक करने के आरोप में इमरान खान और शाह महमूद कुरैशी को हुई, 10 साल जेल की सजा
गोपनीय सूचना लीक करने के आरोप में इमरान खान और शाह महमूद कुरैशी को हुई, 10 साल जेल की सजा

गोपनीय सूचना लीक करने के आरोप में इमरान खान और शाह महमूद कुरैशी को हुई, 10 साल जेल की सजा: पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान और पूर्व विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी को गोपनीय सूचना लीक करने का मामला सामने आया है। उन्हें 10-10 साल की कारावास की सजा सुनाई गई है। उन्हें ऑफिशियल सीक्रेट एक्ट के तहत गठित की गई विशेष अदालत ने दोषी पाया है। इमरान खान (71 वर्षीय) और शाह महमूद कुरैशी (67 वर्षीय) रावलपिंडी की अडियाला जेल में बंद हैं। उन्होंने जेल से ही अदालत की सुनवाई में वर्चुअली शामिल होने का फैसला किया है।

सिफर केस क्या है?

इमरान खान को सिफर केस में 10 साल की सजा सुनाई गई है। यह मामला देश की सुरक्षा से जुड़ा हुआ है, जिसमें इमरान को आरोप लगाया गया है कि उन्होंने गोपनीय जानकारी का अपने लाभ के लिए इस्तेमाल किया। इस मामले में पूर्व विदेश मंत्री शाह महमूद भी दोषी पाए गए हैं।

जब प्रधानमंत्री की कुर्सी गंवाई गई थी, तो इमरान ने अमेरिका के खिलाफ साजिश रचने का आरोप लगाया था। उन्होंने कहा कि वाशिंगटन में मौजूद पाकिस्तानी एम्बेसी ने उन्हें गोपनीय जानकारी प्रदान की थी। इसके बाद, पूर्व कप्तान ने अपने लाभ के लिए गुप्त बातचीत को सार्वजनिक कर दिया था, जिससे सिफर का मामला उभरा।

इमरान खान की पार्टी पीटीआई देगी फैसले की चुनौती।

इमरान खान की पार्टी, पीटीआई, ने इस फैसले को ठुकराया है। उनकी कानूनी टीम उच्च अदालत में इसे चुनौती देने की तैयारी में है। पार्टी ने कहा है कि इस मामले की सुनवाई के दौरान मीडिया और आम लोगों को शामिल नहीं किया गया और फैसला जल्दबाजी में सुनाया गया है। 

उन्होंने कहा कि मार्च-अप्रैल 2022 में जो हुआ, उसे कोई अदालती सुनवाई नहीं बदल सकती। इस मामले में कानून का मजाक उड़ा गया है। पार्टी ने लोगों से 8 फरवरी को होने वाले आम चुनाव में ‘हकीकी आजादी’ के लिए वोट करने की अपील की है।

गोपनीय दस्तावेज लीक करने का क्या है पूरा मामला।

पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ पार्टी के नेता इमरान खान को एक जनसभा के दौरान गोपनीय कूटनीतिक दस्तावेज को सार्वजनिक करने का दोषी पाया गया है। यह घटना उनके प्रधानमंत्री पद के दौरान हुई थी। उस दस्तावेज को सार्वजनिक किया गया जो कि अमेरिका स्थित पाकिस्तानी दूतावास द्वारा भेजा गया था। 

इमरान खान के द्वारा बताया गया कि उन्हें यह दस्तावेज कभी प्राप्त नहीं हुआ। इमरान खान ने गोपनीय दस्तावेज को सार्वजनिक करते हुए आरोप लगाए थे कि अमेरिका के इशारे पर उनकी सरकार को गिराने की साजिश रची जा रही है। इस घटना के बाद, अप्रैल 2022 में उनकी सरकार को अविश्वास मत के जरिए सत्ता से हटा दिया गया था। इसके बाद से, इमरान खान के खिलाफ 150 से अधिक मामले दर्ज किए गए हैं।

इमरान खान को एक और मामले में दोषी ठहराया गया है। इससे पहले उन्हें तोशाखाना मामले में भी दोषी ठहराया गया था और उन्हें तीन साल की जेल की सजा सुनाई गई थी।

पाकिस्तान को 1992 में बनाया था चैंपियन।

इमरान खान ने 1992 में पाकिस्तान को क्रिकेट विश्व कप में विजेता बनाया था। उनकी कप्तानी में पाकिस्तान ने फाइनल में इंग्लैंड को हराकर ट्रॉफी जीती थी। इमरान खान ने उस टूर्नामेंट में बेहद अच्छा प्रदर्शन किया था और उनकी अगुआई में टीम ने कमाल किया था।

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