Gramin Bhandaran Yojana Se Lakho Rupay Kaise Kamaye: ग्रामीण भंडारण योजना से लाखों रूपए कैसे कमाए?: दोस्तों आज के लेख में आपको Gramin Bhandaran Yojana के बारे में जानकारी देने वाले है, जिसकी सहायता से आप लाखों रुपए प्रति महीना भारत सरकार की हेल्प से कमा सकते हैं। तो आखिर ये वेयर हाउस या फिर ग्रामीण भंडार है क्या? तो यह वह व्यापारिक भवन होता है जहाँ सामान का भण्डारण किया जाता है। और आज के लेख में हम नाबार्ड के हाउस स्कीम जिसमें आप सरकारी सब्सिडी लेकर आसानी के साथ बिजनेस कर सकते हैं इसके बारे में जानकारी देने वाले हैं।
तो आज हम इस लेख में सरकार के मदद से वेयर हाउस कैसे खोले? इसके बारे में जानकारी देने जा रहे हैं। इस योजना को नाबार्ड द्वारा चलाई जा रही है उसे वेयर हाउस स्कीम या फिर रूरल गोडाउन स्कीम के नाम से भी जाना जाता है और इस योजना मुख्य रूप से किसानों के लिए बनाई गई है। इस लेख में हम आपको क्या क्या कवर करेंगे इसके बारे में पहले आपको बता देते हैं। सबसे पहले हम आपको बताएंगे Gramin Bhandaran Yojana क्या है। दूसरे नंबर पर हम आपको बताने वाले हैं कि Gramin Bhandaran Yojana का उद्देश्य क्या है।
तीसरे नंबर पर हम आपको बताएंगे कि आखिर इस योजना का कौन कौन लाभ ले सकता है। चौथे नंबर पर हम आपको बताएंगे इस योजना का लाभ लेने के लिए जरूरी इंतजाम क्या क्या करने पड़ते हैं। पांचवें नंबर पर आपको बताएंगे कि योजना के तहत कितना ऋण या फिर सब्सिडी मिलती है। Gramin Bhandaran Yojana के बारे में ऐसे ही अनेक पॉइंट पर आपसे बात करने वाले हैं। अधिक जानकारी के लाभ ले लिए लेख को पूरा अंत तक जरूर पढ़े। चलिए फिर शुरुआत करते हैं
ग्रामीण भंडारण योजना क्या है।
दोस्तों Gramin Bhandaran Yojana केंद्र द्वारा संचालित योजना है और इस योजना का मुख्य उद्देश्य कृषि उत्पादों के भंडारण के लिए गोदाम निर्माण के लिए ऋण प्रदान करना है। दोस्तों इस योजना को 2001 और 2002 में शुरू किया गया था और किसानों को उनकी उपज का हर समय उचित भाव नहीं मिलता है कई बार तो उन्हें कम कीमत पर ही फसल को बेचना पड़ता है क्योंकि उनके पास फसल के भंडारण की भी व्यवस्था नहीं होती है।
इसी बात को ध्यान में रखते हुए केंद्र सरकार द्वारा Gramin Bhandaran Yojana का निर्माण किया गया है। इस योजना के तहत सरकार द्वारा भंडारण बनाने के लिए किसान को ऋण दिया जाता है और ऋण के साथ साथ सरकार द्वारा सब्सिडी भी दी जाएगी।
ग्रामीण भंडारण योजना का उद्देश्य क्या है?
तो देश के मुख्य रूप से अगर देखा जाए तो ग्रामीण क्षेत्रों में वैज्ञानिक भंडारण क्षमता का निर्माण कराना होता है। इस योजना के अनुसार फसल कटाई के तत्काल बाद फसल बेचने की किसानों की मजबूरी को समाप्त करना है। इस योजना के तहत गोदाम बनाने के लिए ऋण प्रदान करना है और ऋण के साथ साथ किसानों को सब्सिडी प्रदान करना है तो इस तरीके से 4 से 5 उद्देश हैं जिनको पूरा करने के लिए भारत सरकार ने 2001 में Gramin Bhandaran Yojana को स्टार्ट किया था।
इस योजना का लाभ, योग्य और पात्रता की क्या क्या शर्तें हैं।
तो व्यक्तियों, किसानों, कृषक उत्पादक समूहों, प्रतिष्ठानों, गैर सरकारी संगठनों, स्वयं सहायता समूह, कंपनियों, निगमों, सहकारी संगठनों यह सब इस योजना से लाभ लेने के लिए पात्र हैं। तो अगर आप किसान हैं तो आसानी के साथ यह योजना का लाभ ले सकते हैं।
ग्रामीण भंडारण योजना के लिए जरूरी इंतजाम क्या क्या करने पड़ेंगे।
तो Gramin Bhandaran Yojana के तहत आवेदक के पास खुद की जमीन होना आवश्यक है। साथ ही आवेदक को इसके तहत सभी जरूरी कार्रवाई को पूरा करना होगा। इस योजना के अंतर्गत भंडारण कृषि उपज के अनुरूप होना चाहिए। योजना के तहत न्यूनतम क्षमता 25 मैट्रिक टन होती है और अधिकतम क्षमता लगभग 10,000 मैट्रिक टन होती है। इतना आपको अनाज रखने के लिए आपको भंडारण बनाना होगा।
साथ ही इसमें कुछ ऐसी शर्तें भी हैं जैसे कि गोदाम की ऊंचाई 4 से 5 मीटर से कम नहीं होनी चाहिए। साथ ही दूसरी जो जरूरी इंतजाम है कि गोदाम की क्षमता का निर्णय आवेदक पर निर्भर है कि कितना बड़ा और कितना छोटा वह बनाना चाहता है। गोदाम इस योजना में दिए गए सभी मानदंडों पर खरा उतरना। कृषि उपज के भंडारण के लिए उपयुक्त होना चाहिए। मतलब जो भी आपकी कृषि उपज है बस उसी का आपको भंडारण करना होगा।
Gramin Bhandaran Yojana के अंतर्गत आवेदक को गोदाम के लिए लाइसेंस लेना आवश्यक है। 1000 टन या इससे अधिक क्षमता वाले गोदाम केंद्रीय भंडारण निगम से मान्यता प्राप्त होने चाहिए। दोस्तो अगर आपको और अधिक जानकारी लेना है नावार्ड से संबंधित योजना की तो आप नजदीकी नाबार्ड संस्था के पास जा सकते हैं या फिर किसी बैंक से भी ले सकते हैं जो नाबार्ड संस्था के संबंधित लोन प्रोवाइड करते हैं।
इसे भी पढ़े।
योजना की सब्सिडी और लोन कितना मिलता है।
तो Gramin Bhandaran Yojana के अंतर्गत अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजातियों, उधमियों और इन समुदाओं से संबंधित सहकारी संगठनों, पूर्वोत्तर राज्यों, पर्वतीय क्षेत्रों में स्थित परियोजनाओं के मामले में परियोजना की पूंजी लागत का लगभग 33 फीसदी सब्सिडी के रूप में दिया जाएगा, जिसकी अधिकतम सीमा तीन करोड़ होगी। मतलब 33 फीसदी आप सब्सिडी ले सकते हैं।
दोस्तों यह लोग किसानों की सभी श्रेणियों, कृषि स्नातकों, सहकारी संगठनों से संबंद्ध परियोजनाओं की पूंजी लागत का 25 फीसदी सब्सिडी इन लोगों को मिलेगी और अगर पैसे में बात करें तो लगभग 2.25 करोड़ रुपए होगी। अन्य जितनी भी श्रेणियां दो तो वह 15 फीसदी तक सब्सिडी मिलेगी और अधिकतम सीमा 1.35 करोड़ रुपए है तो इस कार्यक्रम के अंतर्गत दोस्तों अगर देखा जाए तो 15 से 30 फीसदी तक आपको सब्सिडी मिल सकती है। यह अलग अलग स्कीम में अलग अलग कैटेगरी के हिसाब से दी जाएगी।
निष्कर्ष: (Gramin Bhandaran Yojana Se Lakho Rupay Kaise Kamaye)
तो दोस्तों ऊपर दिए गए लेख के द्वारा हम आपको बताएं हैं कि Gramin Bhandaran Yojana Se Lakho Rupay Kaise Kamaye, दोस्तों यह एक ऐसा बिजनेस है जिसमें आपको सरकार के द्वारा भी मदद किया जाएगा। अगर आपको कोई बिजनेस शुरू करना है तो आप एक बार इसके बारे में भी सोच सकते हैं। आशा करता हूं कि जो यह आपको पसंद आया होगा। इस लेख को पढ़ने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद।
इन्हें भी पढ़े।
गाँव में करने लायक सबसे बेहतरीन बिजनेस आइडियाज (2024)
Chote Business Ko Bara Brand Kaise Banaye: छोटे बिज़नेस को बड़ा ब्रांड कैसे बनाये?
Hardware Dukaan Ka Business Kaise Shuru Karen: हार्डवेयर दुकान का बिजनेस कैसे शुरू करें?