Ayodhya Tourist Places | अयोध्या में घूमने की जगह | दर्शनीय स्थल | कैसे पहुंचे अयोध्या : आप सबको पता ही होगा कि अयोध्या में श्री राम मंदिर बनकर तैयार हो चुका है। जल्द ही मंदिर में श्री राम जी की मूर्ति की स्थापना की जाएगी, जिसके लिए पूरे देश भर में जोरो सोरों से तैयारी की जा रही हैं। देश के लाखों लोग स्थापना दिवस पर अयोध्या जाएंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा करेंगे। अगर आप भी अयोध्या जाने की सोच रहे हैं तो आज की खबर आपके लिए बहुत जरूरी है।
आज हम आपको बताएंगे कि अयोध्या में श्री राम मंदिर के अलावा आसपास कौन-कौन से पर्यटन स्थल हैं और आप अयोध्या में कहां कहां घूम सकते हैं। अयोध्या में 15 से भी ज्यादा जगह पर घूम सकते हैं। आईए जानते हैं अयोध्या के बारे में पूरी जानकारी।
आईए जानते हैं Ayodhya Tourist Places के बारे में पूरी जानकारी
भारत के उत्तर प्रदेश राज्य में स्थित अयोध्या सरयू नदी के किनारे स्थित है। अयोध्या को भगवान श्री राम का जन्म स्थल कहा जाता है। त्रेता युग में भगवान श्री राम ने अयोध्या में जन्म लिया था। यहां पर रामायण की भी रचना हुई थी।
अयोध्या हिंदुओं के पवित्र नगरों में से एक है। यहां पर बहुत से घाट और मंदिर हैं इसलिए इस शहर को घाटों और मंदिरों का शहर कहा जाता है। यहां पर भगवान श्री राम के बचपन से लेकर बड़े होने तक यानी उनके जीवन से संबंधित काफी सारे मंदिर हैं। यह मंदिर भारत की गौरवशाली संस्कृति को दर्शाते हैं।
अयोध्या एक धार्मिक स्थल होने के साथ-साथ एक पर्यटक स्थल भी है। यहां पर हर साल लाखों लोग घूमने के लिए आते हैं। अयोध्या मंदिर के निर्माण के बाद यहां पर आने वाले लोगों की संख्या और भी ज्यादा बढ़ने वाली है।
अयोध्या के बारे में रोचक तथ्य
Ayodhya Tourist Places : प्राचीन काल में अयोध्या को कौशल देश के नाम से जाना जाता था। अयोध्या हिंदुओं का एक प्रमुख तीर्थ स्थल है और इसकी हिंदुओं में काफी मानता है। अयोध्या में भगवान श्री राम का जन्म हुआ था और यहां पर रामायण ग्रंथ की रचना भी हुई थी।
अयोध्या में रामायण ग्रंथ की रचना महर्षि वाल्मीकि द्वारा की गई थी। अयोध्या को पहले फैजाबाद के नाम से भी जाना जाता था। 2018 में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने फैजाबाद नाम हटाकर अयोध्या रख दिया। अयोध्या के अंदर काफी सारे घाट हैं जिनमें रामघाट, लक्ष्मण घाट, जानकी घाट, शामिल है।
इन घाट में स्नान करने से व्यक्ति के सभी पाप धुल जाते हैं। इसलिए जो भी अयोध्या घूमने जाता है वह इन घाट में स्नान जरूर करता है। इन घाट में स्नान करने के लिए लोग दूर-दूर से आते हैं। अयोध्या में श्री राम भगवान के काफी सारे मंदिर हैं।
इसीलिए अयोध्या को मंदिरों का शहर भी कहा जाता है। आप सबको बता दे की अयोध्या के अंदर लगभग 5000 से भी ज्यादा मंदिर बने हुए हैं। इतना ही नहीं यहां पर भगवान राम का महल भी है। माना जाता है कि अयोध्या नगरी को मनु ने बनाया था। मनु अयोध्या नगरी की स्थापना के लिए स्थान को खोज रहे थे।
उन्होंने भगवान ब्रह्मा से मदद ली, तब भगवान ब्रह्मा ने मनु को विष्णु जी के पास भेज दिया और विष्णु ने उन्हें साकेत धाम में एक उपयुक्त स्थान बताया। भगवान विष्णु अयोध्या नगरी को बसाने के लिए ब्रह्मा और मनु के साथ विश्वकर्मा को भेज देते हैं, साथ ही महर्षि वशिष्ठ को भी भेजते हैं।
महर्षि वशिष्ठ अयोध्या में सूर्य नदी तट पर लीला भूमी का चयन करते हैं, जहां पर देवों के शिल्पकार कहे जाने वाले विश्वकर्मा जी अयोध्या नगरी का निर्माण करते हैं। अयोध्या में हनुमानगढ़ नाम एक जगह भी है जहां पर आज भी भगवान हनुमान भगवान श्री राम की रक्षा करते हैं।
Ayodhya Tourist Places अयोध्या में पर्यटक स्थल
अगर आप भी अयोध्या नगरी घूमना चाहते हैं तो आईए जानते हैं अयोध्या नगरी में कौन-कौन से पर्यटक स्थल हैं।
श्री राम जन्मभूमि मंदिर
अयोध्या नगरी भगवान श्री राम की जन्म भूमि है। इसलिए हिंदू में इसकी काफी मान्यता है। यहां पर भगवान राम से जुड़े काफी सारे ऐतिहासिक मंदिर हैं। लेकिन भगवान श्री राम का मंदिर सबसे विशेष है।
इस मंदिर का निर्माण कार्य कुछ समय पहले ही शुरू किया गया है यह मंदिर काफी समय से विवादों में चल रहा था। वैसे तो अयोध्या में श्री राम मंदिर का निर्माण 12वीं शताब्दी में किया गया था लेकिन 1528 में मुगल सम्राट बाबर ने इस मंदिर को ध्वस्त करके यहां पर मस्जिद बना दी थी।
इसके बाद हिंदुओं ने अपने इस धार्मिक स्थल को खो दिया। इसके बाद अब इस भूमि पर काफी समय से विवाद चल रहा था। 2020 में सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद राम जन्मभूमि पर एक बार फिर से राम मंदिर बनाने का निर्णय लिया गया।
उसके बाद 5 अगस्त 2020 को भूमि पूजन हुआ और मंदिर का निर्माण कार्य शुरू किया गया। अब मंदिर बनकर तैयार हो चुका है। 22 जनवरी 2024 को श्री राम मंदिर का उद्घाटन किया जाएगा और 25 जनवरी से आम जनता यह मंदिर देखने के लिए आ सकती है।
राजा दशरथ समाधि स्थल
भगवान श्री राम के पूज्य पिताजी चक्रवर्ती राजा दशरथ का समाधि स्थल भी अयोध्या में बना हुआ है। यह अयोध्या से 15 किलोमीटर की दूरी पर है। पौराणिक कथाओं के अनुसार बताया जाता है कि जब भगवान श्री राम, लक्ष्मण और मां सीता के साथ 14 वर्ष के लिए वनवास गए थे तब उनके वियोग में श्री राम के पिता दशरथ ने अपने प्राण त्याग दिए थे।
दशरथ की मृत्यु के बाद भारत और शत्रुघ्न ने उनका अंतिम संस्कार यहीं पर किया था। उसके बाद यहां पर एक मंदिर की स्थापना की गई थी, जिसमें राजा दशरथ, भरत, शत्रुघ्न और गुरु वशिष्ठ की मूर्ति स्थापित है।
कनक भवन
कनक भवन अयोध्या में हनुमानगढ़ से कुछ ही दूरी पर स्थापित है। यहां पर आने वाले लोग कनक भवन तक पैदल भी जा सकते हैं। इस मंदिर में भगवान श्री राम और माता सीता के सोने के मुकुट वाली प्रतिमा स्थापित है। इस मंदिर को सोने के मंदिर के नाम से भी जाना जाता है।
पौराणिक कथाओं के अनुसार बताया जाता है कि यह मंदिर भगवान श्री राम की माता कैकेई ने मां सीता को मुंह दिखाई में दिया था। भगवान श्री राम के समय यह मंदिर भगवान श्री राम और माता सीता की निजी भवन हुआ करता था। इस मंदिर को देखने के लिए लोग दूर-दूर से आते हैं।
यह मंदिर बहुत साल पुराना है। इसलिए अब इसकी दीवारें खंडार हो गई हैं। राजा विक्रमादित्य ने इस मंदिर का पुन निर्माण करवाया था। उसके बाद इस मंदिर में काफी सारे बदलाव किए गए।
हनुमान गढ़ी
अयोध्या में वैसे तो काफी सारे धार्मिक स्थल हैं लेकिन हनुमानगढ़ एक प्रमुख धार्मिक स्थल है। यह मंदिर भगवान हनुमान जी को समर्पित है। कहा जाता है कि इस मंदिर का निर्माण अयोध्या में उस स्थान पर किया गया है जहां पर पहली बार भगवान श्री राम जी की मुलाकात भगवान हनुमान से हुई थी।
अयोध्या के इस मंदिर में भगवान हनुमान की एक भव्य मूर्ति स्थापित है। जो भी भक्त अयोध्या घूमने आता है वह इस मंदिर के दर्शन जरूर करते हैं। इस मंदिर में आने से व्यक्ति को आध्यात्मिक स्कूल की संतुष्टि होती है। इस मंदिर के बाहर सभी श्रद्धालुओं को प्रसाद दिया जाता है। ज्यादातर यहां पर बेसन के लड्डू का प्रसाद बांटा जाता है जो की बहुत ही स्वादिष्ट होता है।
सरयू घाट
वैसे तो अयोध्या में काफी सारे घाट हैं लेकिन सरयू घाट की अपनी अलग ही मानता है। यहां पर रामघाट, लक्ष्मण घाट जैसे कई घाट बने हुए हैं। यहां पर स्नान करने से व्यक्ति के सभी पाप धुल जाते हैं।
इसलिए जो भी श्रद्धालु अयोध्या आता है वह इस घाट में जरूर स्नान करता है। इस घाट में फूल और मालाओं से सजे नौका भी बिहार के लिए दिखाई देंगे। शाम के समय यहां पर घाट की आरती की जाती है। यह नजारा बहुत ही मनमोहक होता है।
राम की पैड़ी
राम की पैड़ी अयोध्या में सरयू घाट पर स्थित है। इस पैड़ी को लेकर एक प्राचीन कथा भी सुनाई जाती है। बताया जाता है कि एक बार लक्ष्मण जी सभी तीर्थ स्थलों के दर्शन के लिए जाने का निश्चय कर रहे थे तब भगवान श्री राम ने यहां पर इस पैड़ी की स्थापना की और कहा कि संध्या काल के समय जो भी इस पैड़ी में स्नान करेगा उसे सभी तीर्थ के स्थान जितना पुण्य प्राप्त होगा।
देवकली मंदिर अयोध्या
यह मंदिर अयोध्या का एक प्रमुख मंदिर है जिसका विवरण रामायण में भी किया गया है। इस मंदिर में माता सीता शादी के बाद पूजा करने आई थी। देवकली को भगवान श्री राम की कुलदेवी माना जाता है।
इस मंदिर के अंदर स्थापित एक शीला के अंदर ही महाकाली, महा सरस्वती और महालक्ष्मी तीनों देवियों के प्रतिमा बनी हुई है पूरे देश में ऐसे दो मंदिर हैं जहां पर एक ही शीला में तीनों देवियां विराजमान है। इनमें से पहले मंदिर मां वैष्णो देवी में बना है और दूसरा मंदिर अयोध्या की भूमि पर है। इस मंदिर में मांगी गई हर मनोकामना पूर्ण होती है।
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मोती महल
इस महल को पर्ल पैलेस के नाम से भी जाना जाता है। यह अयोध्या से कुछ किलोमीटर दूरी पर स्थित है। इस महल को 1743 में बनाया गया था। कहा जाता है कि यह महल सजा उद दौला की पत्नी रानी बेगम उन्मतुजोहर बानू का घर था।
Surajkund
यह कुंड राजा दशरथ की समाधि स्थल से कुछ ही दूरी पर बना हुआ है। कहा जाता है कि भगवान श्री राम और उनके जितने भी वंशज हुए थे वह इसी कुंड में आकर स्नान करते थे और यहां भगवान सूर्य की उपासना करते थे। इस कुंड में स्नान करने से व्यक्ति के सभी चर्म रोग ठीक हो जाते हैं। सूर्यकुंड एक प्राकृतिक जल कुंड है।
मर्णी पर्वत
अयोध्या में एक पर्वत भी है जिसका नाम मणी पर्वत है। यह पर्वत हनुमान जी द्वारा लाया गया पर्वत है। जब श्री राम सीता मैया को छुड़वाने के लिए रावण से युद्ध कर रहे थे उस दौरान लक्ष्मण मूर्छित हो गए थे।
लक्ष्मण को बचाने के लिए हनुमान जी संजीवनी बूटी की तलाश में पूरा पर्वत उठा लाए थे। तब उस पर्वत का छोटा सा टुकड़ा अयोध्या के इस स्थान पर गिर गया था और इस पर्वत को मणि पर्वत के नाम से जाना गया।
बहु बेगम का मकबरा
पहले अयोध्या को फैजाबाद नाम से जाना जाता था। 1861 में फैजाबाद में बहु बेगम का मकबरा बनाया गया था। यह मकबरा शहर में मकबरा रोड पर बनाया गया था।
इस मकबरे को नवाब शुजा उड दौला की पत्नी और रानी दुल्हन बेगम उन्मतुजोहर को समर्पित किया गया था। यह मकबरा अपनी ऊंचाई और अद्भुत वास्तु कला के लिए काफी प्रसिद्ध है।
सीता की रसोई मंदिर
अयोध्या में यह मंदिर भगवान राम के जन्म स्थान के उत्तर पश्चिमी छोर पर बना हुआ है। यह मंदिर प्राचीन रसोई के मॉडल को दर्शाता है। इस मंदिर के अंदर नकली बर्तन रखे हुए हैं। यहां पर भगवान श्री राम, लक्ष्मण, भरत ,शत्रुघ्न और उन सब की रानियां की मूर्तियां भी मौजूद हैं। पर्यटकों के लिएं यह एक अच्छी जगह।
दशरथ महल
यह महल हनुमानगढ़ी मंदिर से तकरीबन 200 मीटर की दूरी पर बना हुआ है। यह मंदिर भगवान श्री राम के पिता को समर्पित किया गया है। इस मंदिर की खासियत इसका भव्य दरबार है। क्योंकि इसे बहुत ही पुरानी डिजाइन में बनाया गया है।
यहां पर एक बड़ा सा आंगन भी है। इसी आंगन में भगवान श्री राम और उनके चारों भाई खेल कूद कर बड़े हुए हैं। कहा जाता है कि इस महल के अंदर भगवान श्री राम का बचपन बीता है। इस महल में भगवान श्री राम, भरत, लक्ष्मण, शत्रुघ्न, माता सीता की प्रतिमा स्थापित की गई है। यह मंदिर सुबह 8:00 बजे से लेकर दोपहर 12:00 तक और शाम 4:00 बजे से लेकर रात 10:00 बजे तक श्रद्धालुओं के लिए खोला जाता है।
गुलाब बाड़ी
अयोध्या में एक गुलाब बाड़ी नामक जगह भी है जो की वादेही नगर में स्थित है। इस स्थान पर अयोध्या के तीसरे नवाब सजा उजाला और उनके माता-पिता का मकबरा बना हुआ है। इसको गुलाब के बगीचे के नाम से जाना जाता है। क्योंकि इस मकबरे में रंग-बिरंगे गुलाब के फूल लगे हुए हैं जो इसे और भी ज्यादा सुंदर बनाते हैं।
त्रेता के ठाकुर
अयोध्या के नया घाट पर स्थित त्रेता के ठाकुर मंदिर का निर्माण आज से 300 साल पहले राजा कल्लू द्वारा किया गया था। कहा जाता है कि यह मंदिर उसी जगह पर स्थापित है जहां पर भगवान श्री राम ने अश्वमेध यज्ञ किया था।
इस मंदिर के अंदर भगवान श्री राम, सीता, लक्ष्मण, भरत, हनुमान और सुग्रीव सहित काफी सारी मूर्तियां स्थापित की गई हैं। इन मूर्तियों की खासियत यह है कि इसे काले बलुआ पत्थर को तरस के बनाया गया है।
गुप्तार घाट
पुरानी कथा के अनुसार माता सीता के धरती में समा जाने के बाद श्री राम भगवान ने भी जल में समाधि ले ली थी। अयोध्या में गुप्तार घाट वही जगह है जहां पर श्री राम ने समाधि लेकर गुप्त हुए थे।
श्री नागेश्वर नाथ मंदिर अयोध्या
अयोध्या में एक और मंदिर है जो काफी प्रसिद्ध है जिसका नाम नागेश्वर नाथ मंदिर है। यह मंदिर सूर्य घाट के पास राम की पैड़ी पर बना हुआ है। इस मंदिर का निर्माण भगवान श्री राम के पुत्र कुछ ने करवाया था।
तुलसी स्मारक भवन
यह भवन संत कवि गोस्वामी तुलसीदास की स्मृति में स्थापित किया गया है, जो अयोध्या में राज गांव क्रॉसिंग सिंह पर राष्ट्रीय राजमार्ग के पूर्वी छोर पर बना हुआ है। कहा जाता है कि स्वमत तुलसीदास जी ने इस स्थान पर रामचरित्र मानस की रचना की थी। यहां पर हर रोज राम कथा का पाठ किया जाता है।
अयोध्या कैसे घूमे
अगर आप अयोध्या में घूमने के लिए जाते हैं तो आप यहां पर टैक्सी, रिक्शा या बस की सवारी कर सकते हैं। यदि आप अपना खुद का वाहन लेकर अयोध्या जाते हैं तो आप अपने वहां से भी अयोध्या में घूम सकते हैं अयोध्या में पर्यटकों के लिए काफी सारे एजेंट हैं जो किराए पर वहां देते हैं हालांकि उसके लिए आपको कुछ डॉक्यूमेंट जमा करवाने पड़ते हैं।
इसलिए जब भी आप अयोध्या जाए तो अपने साथ पहचान से संबंधित डॉक्यूमेंट जरूर लेकर जाएं अयोध्या में वैसे तो हर महीने हजारों श्रद्धालु घूमने के लिए आते हैं। लेकिन अयोध्या घूमने का सबसे अच्छा समय अक्टूबर से दिसंबर के बीच है। इस समय यहां सबसे ज्यादा पर्यटक आते हैं। अक्टूबर से दिसंबर के बीच का मौसम काफी अच्छा होता है, जिस वजह से यहां पर्यटक स्थल घूमने में काफी मजा आता है।
FAQ
Qns.- अयोध्या का फेमस चीज क्या है?
Ans. अयोध्या में घूमने के कई जगह प्रसिद्द है. इनमे से प्रमुख जगह के बारे में आपको ऊपर बताया गया है
Qns.अयोध्या में कितने पर्यटन स्थल हैं?
Ans. अयोध्या में शीर्ष दर्शनीय स्थल हैं राम जन्मभूमि, कनक भवन, नागेश्वरनाथ मंदिर, हनुमान गढ़ी, अयोध्या, गुलाब बाड़ी, त्रेता के ठाकुर आदि
Qns. अयोध्या में कौन सा घाट प्रसिद्ध है?
Ans. अयोध्या जंक्शन से 10 किमी की दूरी पर, गुप्तार घाट एक पवित्र घाट है जो अयोध्या के पास फैजाबाद में सरयू नदी के तट पर स्थित है।
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